फिल्म समीक्षा : मोर जोड़ीदार-2
रिश्तों की कीमत को समझाती शुद्ध पारिवारिक फिल्म
शुक्रवार को रिलीज हुई छत्तीसगढ़ी फिल्म मोर जोड़ीदार-2 कई मायनों में बहुत ही बेहतरीन फिल्म है। फिल्म का हर किरदार दमदार है। खासकर, दिलेश और मुस्कान की जोड़ी को दर्शकों का बहुत ही अच्छा रिस्पांस मिला। फिल्म देखकर निकले दर्शकों ने बस यही कहा- सुपरहिट है...भाई सुपरहिट...। छत्तीसगढ़ी फिल्म के दर्शकों को मोर जोड़ीदार-2 जरूर पसंद आएगी। क्योंकि फिल्म का निर्देशन बहुत ही अच्छा है। हर सीन पर निर्देशक गुलाम हैदर मंसूरी ने बहुत मेहनत की है, ये आपको परदे पर ही दिखाई देगा।
फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी ग्रामीण परिवेश से ओतप्रोत है। फिल्म में छत्तीसगढ़ी की रीति-रिवाजों और पर्वों का बखूबी चित्रण किया गया। फिल्म की कहानी शुरूआत मोहन (दिलेश साहू) और भावना (मुस्कान साहू) की नजरों से शुरू होती है। जो धीरे-धीरे आगे बढ़ती जाती है। मध्यांतर तक ज्यादातर हिस्सा सिर्फ रोमांस और कॉमेडी पर टिका रहता है। जो दर्शकों के उत्साह को बरकरार रखने में कामयाब रहता है। मध्यांतर के बाद फिल्म की कहानी में कुछ मोड़ आता है, जब परिजनों के वादों की खातिर मोहन और भावना अपने प्यार को भूला देने विवश हो जाते हैं। लेकिन इसके बाद जब कमल (रियाज खान) की एंट्री होती है, तब फिल्म में कुछ और नए-नए मोड़ आते हैं और फिल्म का अंत सुखद होता है।
