S.D.Burman का last song kishor kumar की आवाज में इस फिल्म में लिया गया था
दोस्तों एसडी बर्मन साहब का का आखिरी गीत जिस फिल्म में आया था आज हम आपको उसके बारे में जानकारी देने जा रहे है। एसडी बर्मन यानी के सचिन देव बर्मन साहब ने बहुत सारे सुपरहिट गीत दिए हैं। गीत आज फिर जीने की तमन्ना है, ख्वाब हो तुम या कोई हकीकत, अच्छा जी मैं हारी चलो मान जाओ ना, मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू, दिल का भंवर करे पुकार प्यार का राग सुनो रे, रूप तेरा मस्ताना इत्यादि हजारों सुपरहिट गीत एसडी बर्मन साहब ने बॉलीवुड को दिए हैं। सन 1975 में उनका आकस्मिक निधन हो गया था। उनके संगीत में सजी आखिरी फिल्म थी `मिली` जिसमें किशोर कुमार साहब का गाना आज भी लोगों को याद है। बड़ी सूनी सूनी सी है यह जिंदगी। मित्रों आपको बता दें कि सचिन देव बर्मन साहब ने इस फिल्म में संगीत दिया था। उनकी मृत्यु के बाद उनका एक गीत और उसके अगले ही वर्ष सन 1976 में सुबोध मुखर्जी द्वारा निर्देशित और समीर गांगुली द्वारा निर्मित फिल्म आई थी `दीवानगी` जिस के मुख्य कलाकार थे शशि कपूर,जीनत अमान, रंजीत और हेलन मुख्य भूमिका में थे। पहले इस फिल्म का संगीत सचिन देव बर्मन साहब ने देना था लेकिन जब उनकी मृत्यु हो गई तो इसकी जिम्मेवारी रविंद्र जैन साहब ने उठाई। फिल्म में कुल 6 गीत थे। जिसमें 3 गीतों को रविंद्र जैन ने लिखा था जबकि बाकी तीन गीतों को नक्श लायलपुरी, हसरत जयपुरी और आनंद बक्शी ने लिखे थे। फिल्म के 5 गीतों को रविंद्र जैन जी ने संगीत दीया था। एक गीत को सचिन देव बर्मन साहब ने म्यूजिक दिया था। गीत को लिखा था आनंद बक्श ने और गाया था किशोर कुमार साहब ने। गीत के बोल थे `चल सपनों के शहर में` हिंदी फिल्म जगत में ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है किएक फिल्म को दो संगीतकार संगीत दें . बता दे की दीवानगी फिल्म में पहले सचिन देव बर्मन साहब ने संगीत देना था। सन 1975 में सचिन देव बर्मन का आकस्मिक निधन हो गया था। निधन से पहले सचिन देव बर्मन साहब ने इस फिल्म का केवल एक ही गीत किशोर कुमार साहब की आवाज में रिकॉर्ड किया था इसीलिए बाकी के गीतों को रविंद्र जैन जी ने संगीत दिया था। किशोर कुमार साहब की आवाज में गाया गीत बहुत ही बढ़िया है और उसको सुनने के बाद मन मंत्रमुग्ध हो जाता है। आपको इस पोस्ट में उस गीत का लिंक भी भेज रहे हैं।