सोनी सब के शो ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ की देवी सिंह शेखावत, यानि उर्वशी ढोलकिया ने कहा- “इस किरदार के साथ मुझे अपनी सच्ची राय रखने और अपने असली अंदाज में रहने का मौका मिलता है’’
सोनी सब के शो पुष्पा इम्पॉसिबल में अपनी जिन्दगी में आदर और सम्मान पाने का एक महिला का असाधारण सफर दिखाया गया है। इस शो में एक सिंगल मदर पुष्पा पटेल (करूणा पांडे द्वारा अभिनीत) की कहानी है, जो अपने बच्चों को सबसे बढ़िया जिन्दगी देने के लिए दृढ़ संकल्पित है। उर्वशी ढोलकिया हाल ही में देवी सिंह शेखावत की भूमिका से इस शो के कलाकारों में शामिल हुई हैं। देवी एक क्रिमिनल लॉयर है, जो पुष्पा के पूर्व-पति दिलीप पटेल (जयेश मोरे द्वारा अभिनित) से पुष्पा के परिवार को बचाने में उसकी मदद करती है।
1) आप एक लंबे अंतराल के बाद पॉजिटिव किरदार निभा रही हैं। क्या इसी कारण आपने यह भूमिका ली है?
एक लंबे अंतराल के बाद पॉजिटिव किरदार इसलिये निभा रही हूँ, क्योंकि उस दौरान मुझे कोई किरदार मिला ही नहीं। जब प्रोड्यूसर इस किरदार को लेकर मेरे पास आए, तब एक पल के लिये तो मैं बहुत ज्यादा कंफ्यूज हो गई थी। यह तो हर एक्टर का सपना होता है कि उस पर कोई रोक न लगे और उसे टाइपकास्ट न किया जाए, जैसा कि मेरे साथ बीते सालों में हुआ। हालांकि, यह बहुत दुर्लभ घटना नहीं है, बल्कि काफी आम है। दुर्भाग्य से, मेरे साथ यह कई सालों तक हुआ, लेकिन जहाँ तक पॉजिटिव भूमिका की बात है, वह मुझे 20 साल में पहली बार मिली है। मेरी जगह जो भी होता, इसे लपक लेता और मैंने भी वही किया।
2) आपके मुताबिक, आपका किरदार इस कहानी में क्या बदलाव लेकर आएगा?
पुष्पा की जिन्दगी में देवी के आने से कई ट्विस्ट्स और टर्न्स होंगे, जो दर्शकों को बहुत रोमांचित करेंगे। दो मजबूत और आत्मनिर्भर महिलाएं, जोकि माँ भी हैं, जब अपने बच्चों को बचाने, न्याय दिलाने और सही के लिये लड़ने में एक साथ होंगी, तब भावनाओं का ज्वार उठेगा।
3) ऐेसी कौन सी बात थी जिसके कारण आपको इस भूमिका पर भरोसा हुआ?
मेकर्स का मुझ पर भरोसा करना मेरे लिये सबकुछ था। मैं इस चैनल के साथ सात साल पहले भी काम कर चुकी थी और तब के और इस शो के मेकर्स के साथ अनुभव बेहतरीन था। इस तरह भरोसा दोनों तरफ था। जो विश्वास और भरोसा किया गया, उसमें बड़ी परख थी और मैं इसका पूरा सम्मान करती हूँ।
4) महिलाओं का इतने जबर्दस्त नेरेटिव्स को लीड करना और अपनी जिन्दगी के फैसले खुद करना, इसे लेकर आपके क्या विचार हैं?
बीते सालों में मुझसे हमेशा यह सवाल किया गया है कि आपके मुताबिक इंडस्ट्री में क्या बदलाव हुआ है? सच कहूं, तो मुझे निजी तौर पर ऐसा लगता है कि शुरूआत से ही टीवी पर महिलाओं का राज रहा है। लेकिन बीतते वक्त के साथ महिलाओं का चित्रण जरूर विकसित हुआ है, अलग-अलग किरदारों और मजबूत महिलाओं के नैरेटिव्स के साथ। टेलीविजन हमेशा से वह प्लेटफॉर्म रहा है, जिसने महिलाओं के सम्बंध में सभी धारणाओं को तोड़ा है और मुझे लगता है कि महिलाएं इस बार भी धमाका कर रही हैं।
5) पुष्पा में अपने किरदार से आप क्या संदेश देना चाहती हैं?
मेरा मानना है कि एक महिला को हमेशा आत्मविश्वास से भरा और आत्मनिर्भर होना चाहिये। डर तो रहते हैं, लेकिन उनसे जीतना और चुनौतियाँ लेना आपको बहादुर बनाता है। मैं सोचती हूँ कि महिलाओं की अपनी आवाज होनी चाहिये और उन्हें निडर रहना चाहिये और मुझमें यह गुण हमेशा से रहे हैं। तो मेरे लिये इस किरदार को निभाना बहुत अच्छा है, क्योंकि इसमें मेरा असल अंदाज दिखता है।
6) आपने किस तरह की भूमिकाएं लेने की योजना बनाई है और कौन-सा जोनर आपको सबसे ज्यादा पसंद आता है?
एक्टर के तौर पर मैं हमेशा ऐसी भूमिकाओं की तलाश में रहती हूँ, जो मुझे चुनौती दें और मानवीय अनुभव के विभिन्न पहलुओं को खोजने में मदद करें। मैं अलग-अलग जोनर्स में काम करने की इच्छुक हूँ, लेकिन किरदार पर आधारित ड्रामा मुझे खासतौर पर पसंद आता है, जिसमें पेचीदा जज्बात और रिश्ते हों। एक भूमिका मुझे सचमुच लुभाती है, जब उसमें अलग नजरिया और प्रामाणिकता लाने का मौका होता है। मुझे पटकथा में खो जाना, समय-अवधि पर शोध करना और किरदार के मनोविज्ञान को समझना पसंद है, और साथ ही उन्हें स्क्रीन पर दिखाने के तरीके खोजना भी अच्छा लगता है।
आखिरकार मेरा लक्ष्य है एक्टर के तौर पर विकसित होते रहना और ऐसी भूमिकाएं लेना, जो मेरी हदों से बढ़कर हों और मुझे अपना सबसे बढ़िया काम करने के लिये प्रेरित करें। चाहे चुनौती वाली मुख्य भूमिका हो या सहयोगी किरदार, जो कहानी को गहराई और पेचीदगी दे, मैं हमेशा नई संभावनाओं को खोजने और प्रोजेक्ट में अपने हुनर और अनुभव लाने के लिये रोमांचित रहती हूँ। और ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ मेरी इन सब कसौटियों पर खरा है।
हमारे साथ बने रहिये और देखते रहिये ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’, सोमवार से शनिवार रात 9:30 बजे,
सिर्फ सोनी सब पर
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