एक के बाद एक, चार गीत मार्किट में आएंगे आनंद और हीरा कोरंगा के

 एक के बाद एक चार गीत मार्किट में आएंगे आनंद और हीरा कोरंगा के

 

डेराबस्सी -कुमाऊं क्षेत्र के जाने-माने गायक आनंद सिंह कोरंगा आजकल एक नए प्रोजेक्ट के ऊपर काम कर रहे हैं। हाल ही में डेराबस्सी स्थित बहाल रिकॉर्डिंग स्टूडियो में अपने गीतों की रिकॉर्डिंग करने के सिलसिले में वह यहां पहुंचे थे।
बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि वह चार गीत रिकॉर्ड कर रहे हैं जिनमें अपनी पत्नी गायिका  हीरा कोरंगा के साथ डियूट और सोलो गीत भी शामिल है। बता दें कि हीरा कोरंगा  भी कुमाऊनी गीतों की एक बेहतरीन सिंगर है। आनंद सिंह कोरंगा बागेश्वर के साथ एक गांव में रहते हैं पिछले काफी अरसे से वह चंडीगढ़ में रह रहे हैं। देश की जानी-मानी म्यूजिक कंपनियों ने उनके ढेरों गीत अपनी कैसेट्स के जरिए श्रोताओं तक पहुंचाए हैं। आनंद सिंह कोरंगा अभी तक 600 से ज्यादा गीत रिकार्ड कर चुकें है। गायिकी की शुरुआत गांव की रामलीला से हुई। मुझे सीता का पात्र अदा करने का मौका मिला। रोल करने के साथ-साथ में बैकग्राउंड पर भी अपनी आवाज दिया करता था। दो से तीन गाने का मेरे को मौका मिल जाता था। दरअसल स्कूल में जो बाल सभाएं होती थी वहां पर भी मेरे को गाने का मौका मिलने लगा था। कुछ समय के बाद  मै  काफी परिचित हो गया था और कुछ ही समय में स्कूल में मेरे बगैर बालसभा अधूरी मानी जाती रही। उसके बाद मेरे को ग्रामीण स्तर पर भी जागरूकता अभियान के लिए चुना गया और मैं अलग-अलग गांव जाकर अपनी आवाज से लोगों को जागरूक करता था।
आनंद सिंह कोरंगा बताते हैं कि उन्होंने हमेशा ही सांस्कृतिक गीत गाए हैं जिनका उनके सुनने वाले और चाहने वालों ने जबरदस्त रिस्पांस दिया है। वह कहते हैं मैं नहीं मानता की डिमांड पर कॉन्टेंट तैयार किया जाना चाहिए। सुनाने वालों को अगर आप अच्छी चीज देंगे तो वह जरूर पसंद करेंगे। जो मजा साफ सुथरी गायकी में है वह अन्य गायकी में नहीं है। लोग आप को याद रखें, बस ऐसा गीत होना चाहिए। संगीत एक साधना है बहुत मेहनत करनी पढ़ती है। बहुत कुछ सीखना पढता है। आप रातो रात स्टार नहीं बन सकते। बहुत इंतजार करना पढता है। नई युवा पीढ़ी को कामयाब होने का एक ही मन्त्र है की सहनशील बनिए। गीतों के बोल सही होने चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हम लोग बड़े सौभाग्यशाली हैं कि गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र में अभी तक गीतों में हथियारों और नशे को बिल्कुल भी प्रमोट नहीं किया गया। अभी जो हम लोग  गीतों की रिकार्डिंग कर रहे है आने वाले दिनों में वीडियो के साथ रिलीज कर दिए जाएंगे। इन गीतों में संगीत विनोद मंगोली द्वारा तैयार किया जा रहा है। विनोद मंगोली भी कुमाऊं,गढ़वाल से संबंधित है। उन्होंने भी मार्केट में लगभग 2 हजार से ज्यादा गीत खास करके जिनमें कुमाऊनी और गढ़वाली गीत है का संगीत दिया है। आनंद सिंह कोरंगा के सुपरहिट प्रोजेक्ट्स में  आनंद सिंह कोरंगा की सुपरहिट केसेट्स मेरी लछिमा, बसंती रूम झुमा,लागिरो चौमास,घुड़र्याली दाथुली,अपड़पहाड़, आजकल पहाड़ मां आजकल गोंघर मां, तेरी गुलाबी साड़ी हो भागुली2, त्यार चुड़ीबजार, शिखर हिमालय, बसंती पहाड़ों की, छैला और  प्यारी बिमलू जैसी और बहुत मशहूर कैसेट और विडिओ गीत मार्किट में धूम मचा रहे है। 

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