मां-बेटी का प्यार कभी नहीं मिट सकता : जी पंजाबी का शो ''तेरे दिल विच रैण दे' करेगा साबित।



नाटक श्रृंखला 'तेरे दिल विच रैण दे' की कहानी दिखाता है, कि कैसे एक एनआरआई नाती, सैम अपनी मां(गुरलीन) और नानी(कमलजीत कौर) को फिर से मिलाने के लिए पंजाब आती है। सैम एक बुद्धिमान और आत्मविश्वास से भरी लड़की है जिसकी जड़ें कनाडा में पैदा और पले-बढ़े होने के बावजूद भारतीय मूल्यों से जुड़ी हैं और दिल से 'पंजाबी कुड़ी' है। दोस्तों और परिवार के लिए उसका प्यार उसे अलग बनता है, वह बीमार माँ की अपनी माँ से मिलने की इच्छा को पूरा करने के लिए पंजाब आती है, माँ के ऑंसूं उसे रोक नहीं पाते और वह ठान लेती है की किसी भी हालत में उनके बीच की दूरी को पूरा करेगी।


अगर मां गुरलीन की बात करें, तो वह एक संवेदनशील और दृढ़ निश्चयी महिला लगती हैं जिसने अपने परिवार की परवाह किये बिना एक विदेशी से प्यार करने के बाद उससे शादी करली। उसने अपनी बेटी को हर परिस्थिति में अपने परिवार का सम्मान करने के मूल्यों के साथ पाला है। भले ही वे अपने परिवार से दूर हो गयी थी मगर अपने साथी के साथ एक सुंदर जीवन व्यतीत किया है, जो हमें ये बताता है कि अपना जीवन साथी चुनने का मतलब यह नहीं है कि आप अपनी संस्कृति से जुड़े हुए नहीं हैं, बल्कि अंत में ये आवश्यक है की आप अपने जीवन में खुश रहें।

दूसरी ओर, नानी, कमलजीत कौर उर्फ बीजी, एक ऐसे परिवार से तालुक रखती हैं जिनके लिए सद्भावना और संस्कृति ही सबसे महत्वपूर्ण है। लेकिन साथ ही वह एक ऐसी महिला भी हैं जो विश्वासघात के लिए किसी को भी क्षमा नहीं करती और न ही सहन करती हैं। यही एक कारण था जब उन्होंने अपनी ही बेटी को त्याग दिया था और उसे आजीवन मृत मान लिया था क्योंकि उसके सांस्कृतिक मूल्यों के अनुसार, अपनी पसंद के आदमी से प्यार करना गलत था।

यह धारावाहिक हर रूप से उन बंधनों से संबंधित है जो हम अपने प्रियजनों के साथ साझा करते हैं। यह धारावाहिक 22 नवंबर 2021 को सोमवार से शुक्रवार शाम 6:00 बजे केवल ज़ी पंजाबी पर प्रसारित होने वाला है।


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