श्री सुखमणि इंटरनेशनल स्कूल डेरा बस्सी में अटल टिंकरिंग लैब स्थापित, विद्यार्थियों की विज्ञान की समझ बढ़ेगी -चेयरमैन कंवलजीत सिंह
कई बच्चों के मन में बचपन से ही कुछ नया करने की चाहत रहती है, लेकिन सही मंच नहीं मिलने कारण उनकी इच्छा अधूरी रह जाती है. ऐसे ही होनहार बच्चों के सपनों को पंख लगाने के उद्देश्य से भारत सरकार के नीति आयोग ने देश के चुनिंदा स्कूलों की प्रयोगशालाओं को अनुसंधान के लायक बनाने के लिए वहां पर अटल टिंकरिंग लैब स्थापित किए हैं. इसी कार्यक्रम का हिस्सा बनते हुए
श्री सुखमणि इंटरनेशनल स्कूल डेरा बस्सी में ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। भारत सरकार के इस सराहनीय कदम की अगुवाई करते हुए श्री सुखमणि इंटरनेशनल स्कूल में "सिटी कोऑर्डिनेटर श्रीमती संधू "और "राष्ट्रीय युवा सम्मान" (2014) से सम्मानित "मनिंदर पाल सिंह" की अगुवाई में एटीएल लैब का उद्घाटन किया गया । जिसकी शुरुआत मां सरस्वती के आशीर्वाद स्वरुप उनकी वंदना से की गई। एटीएल लैब के स्वरूप की जानकारी श्रीमती रमना और श्रीमती अनीता के के द्वारा सभी उपस्थित लोगों को दी गई। मनिंदर पाल सिंह और श्रीमती संधू ने सुखमणि स्कूल के विद्यार्थियों और समूह स्कूल स्टाफ को बधाई देते हुए इस नए कदम की सराहना की। एटीएल लैब के मेंटर "चंडीगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रोन" के मेंटर सनी के द्वारा उपस्थित सदस्यों को एटीएल लैब के बारे में अवगत कराया गया।जहां प्रिंसिपल और अध्यापकों को अटल टिंकरिंग लैब की बारीकियों से रू-ब-रू कराया गया। इस कार्यशाला में छात्रों की ओर से मॉडल प्रदर्शित किए गए। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कक्षा आठवीं की छात्रा नोनिका के द्वारा ड्रोन को उड़ाना तथा 3D प्रिंटर पर कार्य करना था। बालिकाओं के उच्च स्तर की शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए स्कूल के द्वारा उठाया गया यह कदम सराहनीय था
कार्यशाला में शिक्षकों ने भी अटल लैब की बारीकियां समझीं.। इस कार्यक्रम में उपस्थित अन्य स्कूल के मुख्य अध्यापकों व उपस्थित अतिथियों ने इस कार्यक्रम को छात्रों के लिए वरदान बताया है. छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि जगाना, उन्हें जागरूक करना और नया आविष्कार करना ही इस योजना का मिशन है. अटल टिंकरिंग लैब के माध्यम से बाल वैज्ञानिकों को मंच दिया जा रहा है.
अटल टिंकरिंग लैब कार्यशाला में शामिल स्टूडेंट का कहना है कि अटल टिंकरिंग लैब से साइंस को लेकर उनकी साइंटिफिक अप्रोच और अधिक डेवलप हुई है. उनकी सोचने-समझने का तरीका बदला है. छात्रों का कहना है कि मॉडल के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के लिए टीचर की मदद से मॉडल तैयार किए गए हैं.
विद्यालय के डायरेक्टर" श्रीमती कंवलजीत कौर "ने इस कार्यक्रम के लिए अपने स्कूल को चुने जाने पर हार्दिक बधाई दी तथा इस को बच्चों के लिए एक नया सराहनीय कदम बताया
श्री सुखमणि इंटरनेशनल स्कूल डेरा बस्सी में ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। भारत सरकार के इस सराहनीय कदम की अगुवाई करते हुए श्री सुखमणि इंटरनेशनल स्कूल में "सिटी कोऑर्डिनेटर श्रीमती संधू "और "राष्ट्रीय युवा सम्मान" (2014) से सम्मानित "मनिंदर पाल सिंह" की अगुवाई में एटीएल लैब का उद्घाटन किया गया । जिसकी शुरुआत मां सरस्वती के आशीर्वाद स्वरुप उनकी वंदना से की गई। एटीएल लैब के स्वरूप की जानकारी श्रीमती रमना और श्रीमती अनीता के के द्वारा सभी उपस्थित लोगों को दी गई। मनिंदर पाल सिंह और श्रीमती संधू ने सुखमणि स्कूल के विद्यार्थियों और समूह स्कूल स्टाफ को बधाई देते हुए इस नए कदम की सराहना की। एटीएल लैब के मेंटर "चंडीगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रोन" के मेंटर सनी के द्वारा उपस्थित सदस्यों को एटीएल लैब के बारे में अवगत कराया गया।जहां प्रिंसिपल और अध्यापकों को अटल टिंकरिंग लैब की बारीकियों से रू-ब-रू कराया गया। इस कार्यशाला में छात्रों की ओर से मॉडल प्रदर्शित किए गए। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कक्षा आठवीं की छात्रा नोनिका के द्वारा ड्रोन को उड़ाना तथा 3D प्रिंटर पर कार्य करना था। बालिकाओं के उच्च स्तर की शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए स्कूल के द्वारा उठाया गया यह कदम सराहनीय था
कार्यशाला में शिक्षकों ने भी अटल लैब की बारीकियां समझीं.। इस कार्यक्रम में उपस्थित अन्य स्कूल के मुख्य अध्यापकों व उपस्थित अतिथियों ने इस कार्यक्रम को छात्रों के लिए वरदान बताया है. छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि जगाना, उन्हें जागरूक करना और नया आविष्कार करना ही इस योजना का मिशन है. अटल टिंकरिंग लैब के माध्यम से बाल वैज्ञानिकों को मंच दिया जा रहा है.
अटल टिंकरिंग लैब कार्यशाला में शामिल स्टूडेंट का कहना है कि अटल टिंकरिंग लैब से साइंस को लेकर उनकी साइंटिफिक अप्रोच और अधिक डेवलप हुई है. उनकी सोचने-समझने का तरीका बदला है. छात्रों का कहना है कि मॉडल के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के लिए टीचर की मदद से मॉडल तैयार किए गए हैं.
विद्यालय के डायरेक्टर" श्रीमती कंवलजीत कौर "ने इस कार्यक्रम के लिए अपने स्कूल को चुने जाने पर हार्दिक बधाई दी तथा इस को बच्चों के लिए एक नया सराहनीय कदम बताया
इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए स्कूल के "चेयरमैन कंवलजीत सिंह" ने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की तथा इस लैब के द्वारा उनके भविष्य को को नई उड़ान मिले ,ऐसी कामना की। इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी अध्यापकों ,मुख्य अध्यापकों तथा अतिथियों ने स्कूल की मुख्य अध्यापिका श्रीमती पूनम शर्मा के इस कदम की जमकर सराहना की तथा उन्हें बधाई दी।अटल टिंकरिंग लैब स्थापित विद्यार्थियों की विज्ञान की समझ बढ़ेगी -चेयरमैन कंवलजीत सिंह
कई बच्चों के मन में बचपन से ही कुछ नया करने की चाहत रहती है, लेकिन सही मंच नहीं मिलने कारण उनकी इच्छा अधूरी रह जाती है. ऐसे ही होनहार बच्चों के सपनों को पंख लगाने के उद्देश्य से भारत सरकार के नीति आयोग ने देश के चुनिंदा स्कूलों की प्रयोगशालाओं को अनुसंधान के लायक बनाने के लिए वहां पर अटल टिंकरिंग लैब स्थापित किए हैं. इसी कार्यक्रम का हिस्सा बनते हुए
श्री सुखमणि इंटरनेशनल स्कूल डेरा बस्सी में ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। भारत सरकार के इस सराहनीय कदम की अगुवाई करते हुए श्री सुखमणि इंटरनेशनल स्कूल में "सिटी कोऑर्डिनेटर श्रीमती संधू "और "राष्ट्रीय युवा सम्मान" (2014) से सम्मानित "मनिंदर पाल सिंह" की अगुवाई में एटीएल लैब का उद्घाटन किया गया । जिसकी शुरुआत मां सरस्वती के आशीर्वाद स्वरुप उनकी वंदना से की गई। एटीएल लैब के स्वरूप की जानकारी श्रीमती रमना और श्रीमती अनीता के के द्वारा सभी उपस्थित लोगों को दी गई। मनिंदर पाल सिंह और श्रीमती संधू ने सुखमणि स्कूल के विद्यार्थियों और समूह स्कूल स्टाफ को बधाई देते हुए इस नए कदम की सराहना की। एटीएल लैब के मेंटर "चंडीगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रोन" के मेंटर सनी के द्वारा उपस्थित सदस्यों को एटीएल लैब के बारे में अवगत कराया गया।जहां प्रिंसिपल और अध्यापकों को अटल टिंकरिंग लैब की बारीकियों से रू-ब-रू कराया गया। इस कार्यशाला में छात्रों की ओर से मॉडल प्रदर्शित किए गए। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कक्षा आठवीं की छात्रा नोनिका के द्वारा ड्रोन को उड़ाना तथा 3D प्रिंटर पर कार्य करना था। बालिकाओं के उच्च स्तर की शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए स्कूल के द्वारा उठाया गया यह कदम सराहनीय था
कार्यशाला में शिक्षकों ने भी अटल लैब की बारीकियां समझीं.। इस कार्यक्रम में उपस्थित अन्य स्कूल के मुख्य अध्यापकों व उपस्थित अतिथियों ने इस कार्यक्रम को छात्रों के लिए वरदान बताया है. छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि जगाना, उन्हें जागरूक करना और नया आविष्कार करना ही इस योजना का मिशन है. अटल टिंकरिंग लैब के माध्यम से बाल वैज्ञानिकों को मंच दिया जा रहा है.
अटल टिंकरिंग लैब कार्यशाला में शामिल स्टूडेंट का कहना है कि अटल टिंकरिंग लैब से साइंस को लेकर उनकी साइंटिफिक अप्रोच और अधिक डेवलप हुई है. उनकी सोचने-समझने का तरीका बदला है. छात्रों का कहना है कि मॉडल के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के लिए टीचर की मदद से मॉडल तैयार किए गए हैं.
विद्यालय के डायरेक्टर" श्रीमती कंवलजीत कौर "ने इस कार्यक्रम के लिए अपने स्कूल को चुने जाने पर हार्दिक बधाई दी तथा इस को बच्चों के लिए एक नया सराहनीय कदम बताया
इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए स्कूल के "चेयरमैन कंवलजीत सिंह" ने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की तथा इस लैब के द्वारा उनके भविष्य को को नई उड़ान मिले ,ऐसी कामना की। इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी अध्यापकों ,मुख्य अध्यापकों तथा अतिथियों ने स्कूल की मुख्य अध्यापिका श्रीमती पूनम शर्मा के इस कदम की जमकर सराहना की तथा उन्हें बधाई दी।
श्री सुखमणि इंटरनेशनल स्कूल डेरा बस्सी में ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। भारत सरकार के इस सराहनीय कदम की अगुवाई करते हुए श्री सुखमणि इंटरनेशनल स्कूल में "सिटी कोऑर्डिनेटर श्रीमती संधू "और "राष्ट्रीय युवा सम्मान" (2014) से सम्मानित "मनिंदर पाल सिंह" की अगुवाई में एटीएल लैब का उद्घाटन किया गया । जिसकी शुरुआत मां सरस्वती के आशीर्वाद स्वरुप उनकी वंदना से की गई। एटीएल लैब के स्वरूप की जानकारी श्रीमती रमना और श्रीमती अनीता के के द्वारा सभी उपस्थित लोगों को दी गई। मनिंदर पाल सिंह और श्रीमती संधू ने सुखमणि स्कूल के विद्यार्थियों और समूह स्कूल स्टाफ को बधाई देते हुए इस नए कदम की सराहना की। एटीएल लैब के मेंटर "चंडीगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रोन" के मेंटर सनी के द्वारा उपस्थित सदस्यों को एटीएल लैब के बारे में अवगत कराया गया।जहां प्रिंसिपल और अध्यापकों को अटल टिंकरिंग लैब की बारीकियों से रू-ब-रू कराया गया। इस कार्यशाला में छात्रों की ओर से मॉडल प्रदर्शित किए गए। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कक्षा आठवीं की छात्रा नोनिका के द्वारा ड्रोन को उड़ाना तथा 3D प्रिंटर पर कार्य करना था। बालिकाओं के उच्च स्तर की शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए स्कूल के द्वारा उठाया गया यह कदम सराहनीय था
कार्यशाला में शिक्षकों ने भी अटल लैब की बारीकियां समझीं.। इस कार्यक्रम में उपस्थित अन्य स्कूल के मुख्य अध्यापकों व उपस्थित अतिथियों ने इस कार्यक्रम को छात्रों के लिए वरदान बताया है. छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि जगाना, उन्हें जागरूक करना और नया आविष्कार करना ही इस योजना का मिशन है. अटल टिंकरिंग लैब के माध्यम से बाल वैज्ञानिकों को मंच दिया जा रहा है.
अटल टिंकरिंग लैब कार्यशाला में शामिल स्टूडेंट का कहना है कि अटल टिंकरिंग लैब से साइंस को लेकर उनकी साइंटिफिक अप्रोच और अधिक डेवलप हुई है. उनकी सोचने-समझने का तरीका बदला है. छात्रों का कहना है कि मॉडल के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के लिए टीचर की मदद से मॉडल तैयार किए गए हैं.
विद्यालय के डायरेक्टर" श्रीमती कंवलजीत कौर "ने इस कार्यक्रम के लिए अपने स्कूल को चुने जाने पर हार्दिक बधाई दी तथा इस को बच्चों के लिए एक नया सराहनीय कदम बताया
इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए स्कूल के "चेयरमैन कंवलजीत सिंह" ने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की तथा इस लैब के द्वारा उनके भविष्य को को नई उड़ान मिले ,ऐसी कामना की। इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी अध्यापकों ,मुख्य अध्यापकों तथा अतिथियों ने स्कूल की मुख्य अध्यापिका श्रीमती पूनम शर्मा के इस कदम की जमकर सराहना की तथा उन्हें बधाई दी।