सोनी सब के ‘दिल दियां गल्‍लां’ में आस्‍था की जान खतरे में है

 

सोनी सब के ‘दिल दियां गल्‍लां’ में आस्‍था की जान खतरे में है

सोनी सब के ‘दिल दियां गल्‍लां’ में आस्‍था की जान खतरे में है 


सोनी सब के शो ‘दिल दियां गल्‍लां’ में एक परिवार के पलायन की भावुक कर देने वाली कहानी है। यह परिवार गलतफहमी वाली परिस्थितियों, आहत भावनाओं और सदस्‍यों की निहित धारणाओं के कारण टूटा हुआ है। दर्शकों को यह शो काफी पसंद आ रहा है। यह शो दिखाता है कि अनकहे अल्‍फाज़ों के कारण कैसे तीन पीढि़यों के बीच मनमुटाव पैदा हुआ है। आने वाले एपिसोड्स में दर्शक आस्‍था (रीमा वोहरा) को पिंड छोड़ने और अमृतसर जाने के मनदीप (संदीप बसवाना) के फैसले से असहमति जताते देखेंगे।


मनदीप बहुत दुखी है, क्‍योंकि उसके पिता दिलप्रीत (पंकज बेरी) जिंदा और तंदुरूस्‍त होने के बावजूद गांववालों के दबाव के चलते अपने अंतिम संस्‍कार के लिये राजी हैं। इस स्थिति से बहुत दुखी होकर वह पिंड छोड़ देता है। उसे आश्‍चर्य होता है, जब आस्‍था उसका फैसला मानने से इनकार कर देती है और पिंड में ही रहने का फैसला करती है, जिससे सभी चौंक जाते हैं। एक ओर तो आस्‍था गृहप्रवेश की रस्‍म अदा कर घर में प्रवेश करती है, जबकि दूसरी ओर दिलप्रीत के घर कर्ज देने वाले आ धमकते हैं और पैसा मांगते हैं। निम्रित (कणिका माहेश्‍वरी) से कहा-सुनी होने पर गुंडे चिढ़ जाते हैं और आस्‍था का अपहरण कर लेते हैं। हालांकि इससे बुरा होना भी बाकी है। अपहरण के बाद आस्‍था को जहाँ रखा जाता है, वहाँ आग लग जाती है।  


आस्‍था का क्‍या होगा? उसे बचाने के लिए कौन आएगा?


आस्‍था की भूमिका निभा रहीं रीमा वोहरा ने कहा, “पिंड में रहने का आस्‍था का फैसला उसे बड़ा नुकसान पहुँचाने वाला है। दिलप्रीत के साथ तनाव से निजात पाना तो अच्‍छा रहा, लेकिन उसने सपने में भी सोचा नहीं होगा कि आखिरकार वह पिंड में ही किडनैप हो जाएगी। आने वाले एपिसोड्स की शूटिंग वाकई चुनौतीपूर्ण थी। स्‍क्रीन पर ऐसे पेचीदा जज्‍बातों को दिखाना मुझे हमेशा रोमांचित करता है और मैं दावे के साथ कह सकती हूँ कि ‘दिल दियां गल्‍लां’ के आने वाले एपिसोड्स दर्शकों को रोलर कोस्‍टर के सफर पर ले जाएंगे।”


देखते रहिये ‘दिल दियां गल्‍लां’, हर सोमवार से शनिवार रात 7:30 बजे, सिर्फ सोनी सब पर

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