डेराबस्सी के मास्टर निशांत ने इंडियन आइडल में टॉप 15 में जगह बनाई

 डेराबस्सी के मास्टर निशांत ने इंडियन आइडल में टॉप 15 में जगह बनाई




डेराबस्सी :10 साल की उम्र में ही निशांत गुप्ता शास्त्रीय संगीत की मुश्किल हरकत-मुरकियां भी बड़ी सहजता से निभाते आ रहे हैं। इसी कारण वे टीवी के जाने-माने सिंगिंग शो के अव्वल प्रतियोगियों में सबसे विशिष्ट पहचान बनाए हुए हैं। न सिर्फ डेराबस्सी बल्कि देश-विदेश में भी अपनी गायकी का लोहा मनवा रहा है। 
निशांत गुप्ता का ननिहाल और दादके दोनों डेराबस्सी में है। उनके दादा स्वर्गीय दविंदर गुप्ता रिटायर्ड टीचर थे जबकि पिता अभिषेक गुप्ता यहां की जागरण पार्टी के अलावा म्यूजिक की कई एल्बम निकल चुके हैं उनकी शादी डेराबस्सी में ही स्वर्गीय अनिल कुमार की बेटी से हुई है। नौकरी की वजह से परिवार को फ़िलहाल डेराबस्सी से दूर रहना पड़ रहा है। पिता मारुति में जॉब करते हैं और मां कीर्ति एक स्कूल में टीचर हैं।
पिता अभिषेक गुप्ता ने डेराबस्सी पंजाब में गुरु विनोद पुरी से दस साल संगीत सीखा था पर जिस मुकाम पर वे नहीं पहुंच सके, उसके लिए अपने बेटे निशांत को 4 वर्ष की आयु से ही संगीत की तालीम दिलानी शुरू कर दी। 
 
आज दस साल का निशांत अद्भुत प्रतिभा का धनी है। वह सहज अंदाज में शास्त्रीय गायन पेश कर रहा है। अपनी प्रतिभा के बूते छठी कक्षा के स्टूडेंट निशांत ने प्रतियोगिता में टॉप 15 में जगह बना ली है। जजों को निशांत की गायन क्षमता पर हैरत होती है। कठिन से कठिन सुर को इतनी खूबसूरती और सहजता से लगाने के लिए निशांत सभी के बीच लोकप्रिय है। ऐसे में निशांत को जनता का प्यार और वोट मिल रहे हैं। 


अभिषेक ने अपने बेटे को शुरुआती शिक्षा दी। इसके बाद उसे दिल्ली घराने के बंदिश बैडिट्स फेम उस्ताद फरीद हसन और उस्ताद महबूब हुसैन से संगीत की शिक्षा दिलाई। अभिषेक गुप्ता ने एक इंस्टा पेज बनाकर निशांत के गानों की रील्स बनानी शुरू की। ऐसे में सोनी के इस शो के लिए इनके पास फोन आया और फिर निशांत ने कई राउंड के ऑडिशन के बाद मुंबई का रुख किया।।

अभिषेक गुप्ता ने बताया कि भले ही इस क्षेत्र में कम उम्र में निशांत ने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए नाम कमाया है लेकिन उसका प्राइम फोकस पढ़ाई पर रहेगा। उनका कहना है कि संगीत केवल नाम और शोहरत के लिए ही नहीं बल्कि मानसिक सुकून और बौद्धिक गहराई के लिए भी है।  निशांत अभी छोटा है और आगे नियति कहां ले जाती है यह तो भविष्य बताएगा, फिलहाल वह पढ़ाई के साथ संगीत का सफर जारी रखेग

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