फिल्मों में आने से पहले पर्दे के पीछे की बारीकियां समझी -VARDHAN PURI
जानी-मानी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के अभिनेता दिवंगत अमरीश पुरी के पोते वर्धन पुरी ने सन 2019 में `ये साली आशिकी` से बॉलीवुड में डेब्यू किया था.BOLLYWOOD में एंट्री करने से पहले वह थिएटर से जुड़े रहे हैं। साथ ही वह `इश्कजादे ` `दावत ए इश्क` जैसी फिल्मों के असिस्टेंट डायरेक्टर भी रह चुके हैं। वर्धन पुरी कहते हैं मैं ऐसे लोगों से आग्रह करूंगा जो लेखक, निर्देशक या अभिनेता बनना चाहता है वह पहले फिल्मों में सहायक निर्देशक बने और फिर अपने ड्रीम्स को फॉलो करें।उन्होंने बताया कि कैमरे के पीछे काम करना आपको बहुत कुछ सिखा देता है जिससे आपको कैमरे के सामने एक्ट करने में मदद मिलती है। मैं एक अभिनेता था और मैं इससे पहले कभी फिल्म के सेट पर नहीं गया था। मैं फिल्में देखता जरूर था लेकिन मुझे फिल्म प्रोडक्शन के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती थी। मैंने अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में फिल्मों के सेट पर काम करना शुरू कर दिया उससे क्या हुआ कि मेरे को फिल्मों की पर्दे के पीछे की बारीकियां समझ में आई। मैं PRODUCERS ,DIRECTORS उनके सभी विभागों के हेड से मिलता रहता था और मैं उनसे बातचीत भी करता रहता था और जो सिनेमा की बारीकियां उन्होंने मुझे सिखाई वह मैंने पहले कभी नहीं सीखी थी या मेरे को पहले उनके बारे में बिल्कुल भी पता नहीं था। उसके बाद मैंने फिल्म स्क्रिप्ट पर काम करना शुरू किया। मैं रीडिंग कास्टिंग प्रोसेस और प्रोडक्शन डिजाइन में शामिल हो गया। मैंने फिल्म निर्माण के बारे में बहुत कुछ सीखा। आजकल OTT PLATFORM के बारे में बहुत चर्चा हो रही है और बहुत ज्यादा मकबूल भी हो रहा है। वैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म लॉकडाउन से पहले भी होता था लेकिन पिछले कुछ समय जब से थियेटर्स में फिल्में नहीं लग रही, क्योंकि सिनेमा हॉल करोना महामारी के कारण बंद पड़े हैं। अभी उनको अधिक प्रसिद्धि मिल गई है। इसका एक फायदा जरूर हुआ कि लॉकडाउन के दौरान घर पर रह रहे लोगों को भी मनोरंजन का एक अच्छा साधन मिल गया है। इस दौरान फिल्मों का प्रेजेंटेशन भी एक बड़े बदलाव से गुजर रहा है। अब सिनेमाघरों में फिल्मों को पारंपरिक तरीके के बजाय ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया जा रहा है जो एक अच्छी बात लग रही है। मुझे लग रहा है कि अपनी फिल्म को एक ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज करना बहुत अच्छा है यदि आप अपने कांटेक्ट के साथ लोगों के घरों तक पहुंच सकते हो तो इससे बेहतर कुछ नहीं है।
