हम तुम युग युग से ये गीत मिलन के गाते रहेंगे यादगार रही `पर्वत के उस पार` गीतों की शाम

 हम तुम युग युग से ये गीत मिलन के गाते रहेंगे 

यादगार रही `पर्वत के उस पार` गीतों की शाम 

वाईपीएस चौहान 

चंडीगढ़ यादगार रही सदाबहार फिल्मी गीतों की शाम `पर्वत के उस पार.` सुर तरंग कला मंच द्वारा आयोजित इस संगीतमय शाम  (event) का आयोजन टैगोर थियेटर में रविवार को किया गया था। 
सभी कलाकारों ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति से वहां पहुंचे हुए दर्शकों का मन मोह लिया। एक से बढ़कर एक गीत थे। उतनी ही बढ़िया उनकी आवाज़ थी ट्राइसिटी, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक के कलाकारों ने इसमें अपनी प्रस्तुति दी थी। खास करके दिल्ली से आए हुए कलाकार अमरजीत सिंह ने जब गीत लहरों में  लहर गीत गाया तो पूरा ऑडिटोरियम तालियों से गूंज उठा। सभी गायको ने जब अपनी परफॉर्मेंस दी तो खचाखच भरे हुए टैगोर थियेटर में लोग हर गीत पर तालियां बजा रहे थे। क्लब के ऑर्गेनाइजर राजबीर बामनिया खुद भी एक बहुत बढ़िया कलाकार हैं। उन्होंने भी कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति दी।

         इस कार्यक्रम (event)में रणजीत सिंह और सीमा ने हम तुम युग युग से ये गीत मिलन के गाते रहेंगे गीत पेश कर सबका मन मोह लिया।  अशोक बंसल ने मेरा यार बड़ा शर्मिला, रमेश अनेजा ने पल पल दिल के पास, खरैती लाल ने इक दिन बिक जाएगा माटी के मोल शैलजा बौद्ध ने बांहों में चले आओ और दीपक गर्ग ने मेरे टूटे हुए दिल से कोई तो आज यह पूछे पेश कर माहौल को संगीतमय बना दिया। एक अन्य कलाकार राजीव वर्मा और वान्या ने हर किसी को नहीं मिलता, तरसेम राज ने तेरी जवानी तपता महीना,अमरजीत राही जोकि अंबाला से संबंधित हैं और मंजू अरोड़ा ने दुनिया की सैर कर लो फिल्म अराऊंड दा वर्ल्ड का गीत गाया।  राधिका ग्रोवर ने रंगीला रे तेरे रंग में,टोनी सूरी ने ना मुंह छुपा के जियो, रविंद्र भारद्वाज ने छुपाना भी नहीं आता, रामतीर्थ और संचिता ने जब भी यह दिल उदास होता है पेश करके खूब तालियां बटोरी।कृष्ण सांवरा ने दुनिया पागल है,शानू और माही  नूर ने तारे है बाराती,परबत के उस पार राजबीर और संचिता ने गीत गाया।

  इसके बाद अभिजीत, सोनू, शक्ति वालिया और सुमन ने स्टेज को संभाला उन्होंने चांद मेरा दिल सुना कर सबका मन मोह लिया। मुकेश अरोड़ा ने ओ मेरे दिल के चैन किशोर नंदू ने ओ हंसिनी मेरी हंसिनी हरजीत सिंह और संजीव धीमान ने एलो जी सनम हम आ गए और अशोक बंसल और सुमन रानी ने जाने चमन शोला बदन गाने पेश कर खूब तालियां बटोरी। 

        कार्यक्रम में कुल 29 से अधिक कलाकारों ने प्रस्तुति दी करो ना काल के बाद यह एक इस संस्था द्वारा की गई एक बेहतरीन प्रस्तुति थी। इससे पहले भी इस संस्था द्वारा साथ कार्यक्रम यहां टैगोर थियेटर में करवाए गए हैं लोग अंतिम गीत तक भी हॉल में अपनी सीटों पर बैठे रहे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अंजलि वधावन जो कि एक बिजनेस एंटरप्रेन्योर और साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता हैं उन्होंने कार्यक्रम की खूब तारीफ की इसके अलावा अन्य मुख्य अतिथियों में श्रीमती पूनम और मेजर जनरल एसके वधावन (रिटायर्ड)ने भी कलाकारों का हौसला बढ़ाया। स्पेशल मेहमानों में योगेश कुमार (एचपीएसई)डीसी करनाल और वर्षा खंगवाल एचपीएस एडिशनल डायरेक्टर इनफॉरमेशन एंड पब्लिक रिलेशन, हरियाणा सरकार ने भी कार्यक्रम की बधाई दी। कार्यक्रम में एसएस प्रसाद गीत जोशे जवानी हाये रे हाये और श्रीमती रजू प्रसाद ने जवानी जानेमन हसीं दिलरुबा अपने विशेष गेस्ट अपीयरेंस में गीत गाए।  इस कार्यक्रम में संगीत को अरेंज किया था प्रवीण राठी ने जिनका अंबाला म्यूजिकल ग्रुप है। संस्था द्वारा आये सभी कलाकारों को मोमेंटो दे कर सन्मानित किया गया। अंत में संस्था के ऑर्गेनाइजर राजबीर बामनिया और अध्यक्ष हेमलता बामनिया ने आये सभी मेहमानो का धन्यवाद किया। 

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