`ऐ मेरे वतन के लोगों` पहले लता मंगेशकर ने नहीं इस सिंगर ने गाया था
जी हां दोस्तों आज हम आपको एक ऐसी बात बताने जा रहे हैं जिसको सुनकर आप चौक जायेंगे .देश भक्ति का गीत ए मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी कवि प्रदीप का लिखा हुआ गीत है यह और आज भी पूरे देश में इसको गाया और सुना जाता है हम सब जानते हैं ‘ऐ मेरे वतन के लोगो।गीत 1962 में चीन से युद्ध हारने के बाद देश का मनोबल बढ़ाने के लिए कवि प्रदीप ने लिखा था27 जनवरी 1963 को लता मंगेशकर ने देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. एस राधाकृष्णन और प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू की मोजुदगी में दिल्ली के नेशनल स्टेडियम में गाया था। तो प्रधान मंत्री की आँखे नम हो गई थी।
स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने वहां स्टेज के ऊपर यह देशभक्ति गीत ए मेरे वतन के लोगों गाया था बहुत ही सुरीला बहुत ही बढ़िया गया था लेकिन यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि इस गीत को पहली बार गायिका उषा तिमोथी ने गया था। एक यूट्यूब चैनल पर इंटरव्यू के दौरान उषा तिमोथी बताती हैं कि उस समय के संगीतकार सी रामचंद्र जी द्वारा आर्मी के लिए एक विशेष कार्यक्रम किया गया था और जिस में ऐ मेरे वतन के लोगों देश भक्ति का गीत उन्होंने गाया था। फिर बाद में 3 महीने बाद यह गीत लता मंगेशकर ने गाया था। उषा तिमोथी ने यह भी कहा कि इसको पहले आशा भोसले ने गाना था क्योंकि सी रामचंद्र और लता मंगेशकर मैं कुछ आपस में नाराजगी चल रही थी। लेकिन बाद में फिर उस गीत को लता मंगेशकर ने ही गाया था।
1965 में फिल्म आई थी `हिमालय की गोद में '।जिस का गीत `तू रात खड़ी थी छत `पे बहुत ही फेमस गीत है। फिल्म कहानी किस्मत की में किशोर कुमार का गाया गीत राफ्ता राफ्ता देखो आँख मेरी लड़ी है में `मैंने ऐसा तो नहीं कहा था " इतनी बखूबी से बोले की जब यह फिल्म रिलीज हुई और गाना सुपरहिट हो गया तो लोगों को यह नहीं पता चला कि यह डायलॉग उषा टिमोथी ने बोले थे।
ऊषा तिमोथी ने इन फिल्मों में गीत गाए
दुर्गा पूजा, बिरजू उस्ताद,महारानी पद्मिनी,चार चक्रम, हिमालय की गोद में, सती नारी, सुनहरे कदम, वीर बजरंग, विद्यार्थी, जोहर इन मुंबई, मेरा मुन्ना, रामराज्य, तकदीर,फरेब। हर हर गंगे, परिवार,अपना खून अपना दुश्मन, महुआ, नतीजा, रात के अंधेरे में, विश्वास, गुनाहों के रिश्ते,हीर रांझा, ट्रक ड्राइवर, कनका दे ओहले, एक दिन आधी रात, जौहर महमूद इन हांगकांग, लड़की पसंद है, श्री कृष्ण लीला, कांच और हीरा, चट्टान सिंह, हमराही, आजा सनम, अनोखा, दो ठग, जान हाजिर है, उलझन,जोरो, फरिश्ता या कातील,अतिथि,बेशर्म, कल सुबह,नसबंदी,खंजर, मेरा सलाम, प्यार के राही, प्यार बड़ा नादान, रहम,दिलजला, सोने का पिंजरा, 7 लड़कियां, आखरी चेतावनी,परदेसी और बहुत सारी अन्य भाषाओं में भी उन्होंने गीत गए हैं।
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