कुछ हटके और नया करते रहते है Digital Marketing Influencer Deepak Singh Bisht
Deepak Singh Bisht डिजिटल मार्केटिंग इनफ्लुएंसर है। टेक्निकली चीजों के अलावा जब आप इस फील्ड में उतरते हैं तो बहुत सी बातों का ध्यान रखना पड़ता है। उन बातों पर फॉलो करना पड़ता है और प्रैक्टिकल होना पड़ता है तभी आप कामयाब हो सकते हैं। दीपक दुनिया मैं कुछ हटके करना चाहते हैं।
दोस्तों 1965 में एक फिल्म आई थी `हम सब उस्ताद हैं `फिल्म में दारा सिंह और किशोर कुमार थे और एक कॉमेडी फिल्म थी। फिल्म में एक बहुत ही मोटिवेशनल गीत था जोकि किशोर कुमार साहब ने गाया था। गीत के बोल थे `प्यार बांटते चलो` यह गीत के बोल कोई मामूली बोल नहीं। यदि इस गीत की गहराई में जाएं तो बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उत्तराखंड से संबंधित है पिथौरागढ़ के रहने वाले दीपक बिष्ट ने यह बात कहीं। डिजिटल मार्केटिंग भी एक इसी गीत पर आधारित हम लोग मान सकते हैं। जितना आपके पास ज्ञान है आप लोगों प्यार के रूप में बाँट सकते हो। आप के ज्ञान में तो वृद्धि होगी ही साथ में आप मोटिवेट भी होंगे और आप में एक पॉजिटिव ऊर्जा भी आएगी।
दीपक इसी सिद्धांत पर चलते हैं। आज उन्होंने यह विशेष बात बताई। हालांकि देखा जाए तो मुझे एक गीत को लेकर बड़ी साधारण सी बात लगती है लेकिन इसकी गहराई में जाए तो बहुत ही बड़ी बात लगती है। वह कहते हैं कि सोशल मीडिया पर फेसबुक ले लो या व्हाट्सएप पर लोगों ने ग्रुप बनाए हुए होते हैं। एक छोटी सी बात करते हैं कि व्हाट्सएप के ऊपर बहुत ही नए नए उभरते कलाकारों ने ग्रुप ज्वाइन किए हुए होते हैं। वह अपने गीतों की वीडियो भी शेयर करते हैं और साथ में गुजारिश भी करते हैं कि भाई लोगों यह मेरा नया वीडियो है नया चैनल है आप इसको जरूर देखें लाइक करें सब्सक्राइब करें और शेयर करें। लेकिन उसमें होता इसके बिल्कुल उलट है। लोग एक दूसरे की वीडियो को बहुत कम देखते हैं। 100 में से 5-6 लोग ही देखते होंगे। यह बिल्कुल सच्चाई है। मेरी इस बात से कोई इत्तेफाक रखता है या नहीं वह अलग बात है।
अब मैं आपको बताता हूं कि आपको क्या करना है जो मैं करता हूं सब कुछ फ्री में होता है इस पर कोई खर्चा नहीं आता। बिल्कुल पॉजिटिव होकर जितने ज्यादा आप ग्रुपों में अपने आसपास के Youtubers के गीत होते हैं उनको देखिए उनको लाइक कीजिए सब्सक्राइब कीजिए और कमेंट जरुर कीजिए। आपको कोई फर्क नहीं पड़ता। कोई इसके ऊपर खर्चा नहीं आता। उससे क्या होगा एक तो उस कलाकार को हौसला मिलेगा और आपके प्रति एक पॉजिटिव एटीट्यूड नजर आएगा। दूसरा आप में सकारात्मक ऊर्जा आएगी वह ऊर्जा आपके प्रतिदिन कार्यों में भी काम करेगी। यह बिजनेस का एक असूल है। फिर देखिए कामयाबी आपके कदम चूमेगी। एमएलएम कंपनी या नेटवर्किंग कंपनी क्या करती है वह भी तो यही काम करते हैं। आप में से भी कभी ना कभी आप लोगों ने एमएलएम कंपनी ज्वाइन की होगी। उस कंपनी में जो आपको ज्वाइन करवाता है वह सिर्फ दो लोगों के बारे में ही बोलता है। दो -दो करके कितने लोग हो जाते हैं। पूरा एक नेटवर्क बन जाता है। एक टीम बन जाती है। यह सब इसी पैटर्न के ऊपर सिस्टम चलता है।
दीपक बिष्ट बताते हैं कि यही वजह है कि उनको सोशल मीडिया पर बहुत ही अच्छा रिस्पांस मिलता है। अपना दोस्त बनाने की कोशिश कीजिए। जलन मत कीजिए किसी से। हो सकता है उसकी दोस्ती आपकी पोस्ट को भी कहीं शेयर करें और वह पोस्ट वायरल हो जाए। होता ऐसे ही है यदि 100 लोग शेयर करेंगे तो निश्चित तौर पर वह पोस्ट वायरल होने लगती है और गूगल को भी लगता है कि इसमें जरूर कुछ ना कुछ बात है तो वह भी आपकी पोस्ट को वायरल करने में मदद करता है। दीपक बताते हैं कि यह सब उन्होंने जब अपना यूट्यूब चैनल बनाया तो उसके बाद में यह सब समझ में आ गया कि इसके ऊपर कैसे काम करना है और साथ में जहा पहाड़ों में हम लोग रहते हैं वहां संसाधन बहुत कम होते हैं। मैंने सोशल मीडिया को गुरु जी का प्रसाद मानकर एक्सेप्ट किया और किसी से भी मैंने कभी कोई शिकायत नहीं की और ना ही किसी से जलन रखी है।अपने आपको डाउन टू अर्थ रखिए और रोजाना अपनी पोस्ट जब शेयर करें तो दूसरों की पोस्ट जरूर देखें शेयर भी करें लाइक भी करें और जरूरी है कि उस पर पॉजिटिव कमेंट भी करें। रिजल्ट अपने आप मिलने शुरू हो जाएंगे।
दोस्तों यह जो आज बातें दीपक बिष्ट ने बताई हैं उनका कहना है कि उन्होंने कभी भी किसी से यह बात शेयर नहीं की। आज मैं यह बहुत ही सीक्रेट ट्रिक अपने सब दोस्तों मित्रों को बता रहा हूं। यदि इस पैटर्न पर आप काम करेंगे तो देखिए आप कहां से कहां पहुंच जाओगे। आपने सीखने और सिखाने के लिए हिम्मत होनी चाहिए। इंसान सारी जिंदगी सीखता है। मेरे पास कोई भी फोन करता है या कोई मैसेज भी करता है मेरे को यदि उनको कोई समस्या आ जाती है यूट्यूब संबंधी या अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के संबंधी तो मैं उनकी समस्या को हल करने की कोशिश करता हूं ज्यादातर हल भी हो जाती हैं। आप जितना सीख सकते हैं सीखिए क्योंकि गूगल के इस जमाने में रोज कुछ ना कुछ नया आता जाता रहता है। आप सीखने के लिए रोजाना कुछ समय जरूर निकालिए क्योंकि अपडेट रहना आज के समय में बहुत ही जरूरी है।
दोस्तों यह बातें जो आज दीपक सिंह बिष्ट ने बताई हैं उन की उम्र भी छोटी है लेकिन आज का युवा जो है वह डिजिटल मार्केटिंग में अंदर तक घुसा हुआ है। उसको इन चीजों के बारे में बहुत कुछ पता है लेकिन कई बार बहुत छोटी छोटी बातें होती हैं जिन को इग्नोर कर दिया जाता है। शायद उसी की वजह से कामयाबी नहीं मिलती। यदि आप इस फील्ड में अपने आप को कामयाब बनाना चाहते हैं तो आज जो बताया गया है उस पर एक बार जरूर गौर करना और उसको प्रैक्टिकल शेप में लेकर आना। फिर देखिए आप कहां से कहां पहुंच जाएंगे।


