NUTAN; SCREEN LEGEND पहली ACTRESS जो बनी MISS INDIA II BIOGRAPHY
दोस्तों आज हम बात करेंगे अपने समय की जानी मानी और जानी पहचानी हीरोइन नूतन के बारे में। दोस्तों नूतन को कौन नहीं जानता उनकी हर फिल्म सुपरहिट और बहुत ही बढ़िया होती थी। नूतन का जन्म 4 जून सन 1936 में मुंबई महाराष्ट्र में हुआ था। कुमार सेन समर्थ उनके पिता और शोभना समर्थ उनकी माता का नाम था। वैसे तो कुमार सेन समर्थ एक डायरेक्टर भी थे कवि भी थे और माता शोभना समर्थ उस जमाने में एक हीरोइन भी थी तो कला और संस्कृति नूतन को विरासत में मिली। नूतन के दो बहने थी तनुजा, चतुराऔर एक भाई भी था। नूतन अपने सब भाई बहनों से बड़ी थी। जब छोटी थी नूतन ज्यादा खूबसूरत नहीं थी दुबली पतली और देखने में भी इतनी अच्छी नहीं थी। इनके माता-पिता को चिंता थी कि जो आगे जाकर क्या करेगी। इनकी पढ़ाई एक कान्वेंट स्कूल में हुई थी हायर स्टडी के लिए नूतन को स्विट्जरलैंड भेजा गया और जब बड़ी हुई फिल्मों में कुछ दिलचस्पी लेने लगी। उसे से पहले भी जब वह 14 साल की थी उनको एक फिल्म में छोटा सा रोल मिला था।
इनके कैरियर के बारे में आगे हम जानेंगे स्विट्जरलैंड से लौटने के बाद नूतन बड़ी हो गई थी। उनका फोटो जनिक फेस स्क्रीन फेस अच्छा था। पेरेंट्स ने सोचा कि क्यों ना इसको फिल्म लाइन में लाया जाए। 14 साल की उम्र में नूतन ने काम किया था तो एक्टिंग में थोड़ी बहुत सूझबूझ थी। बात करें फिल्म के बारे में जो थी सीमा, सीमा नूतन की दूसरी फिल्म कही जाती है। सीमा फिल्म में उन्होंने काम किया और बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में उनकी एक एंट्री हो गई। भारतीय नारी ग्रहणी के रूप में एक बेहतरीन कलाकार उभर कर निकली। फिल्म को बहुत सराहा गया और यह माना जा रहा है कि नूतन का यह सबसे बड़ा ब्रेक था. फिल्म सीमा की कामयाबी के बाद उन्होंने देवानंद के साथ पेइंग गेस्ट में काम किया, पेइंग गेस्ट फिल्म भी सुपरहिट रही थ। फिल्म में रोमांटिक कॉमेडी की नूतन ने। फिल्म में बहुत बढ़िया अभिनय किया। इस फिल्म के बाद भी नूतन की चारों तरफ सराहना होने लगी।
नूतन का फोटो जनिक फेस पर्सनैलिटी लुक बहुत अच्छा था उससे भी ज्यादा उनका अभिनय भी कमाल का था। एक के बाद एक उनकी फिल्में आने लगी। माना जाता है कि कोई भी अभिनेता या अभिनत्री के लिए शुरुआत की चार पांच फिल्में हिट हो गई तो समझो कि वह सुपरस्टार बन गया। ऐसा ही नूतन के साथ भी हुआ और उसके बाद अनाड़ी, अनाड़ी फिल्म में राज कपूर के साथ अभिनय किया। उस समय राज कपूर नंबर वन हीरो माने जाते थे। फिल्म में फीमेल लीड में नूतन ने काम किया था और कौन नहीं जानता फिल्म सुपर हिट रही और गाने भी जबरदस्त हिट रहे। उससे भी ज्यादा राज कपूर एक बड़े अभिनेता के साथ नूतन को काम करने का मौका मिला और साबित कर दिया कि वह बेहतरीन हीरोइन बन सकती हैं। उसके बाद फिल्म आई बंदिनी, बंदिनी फिल्म भी सुपरहिट रही फिल्म की बंगाली कहानी थी।
अशोक कुमार के साथ उनकी बहुत ही बढ़िया भूमिका थी। बंदिनी फिल्म ने चार चांद लगा दिए। 1952 में उनको मिस इंडिया का खिताब मिला।वैसे तो फिल्म सीमा में भी उन्हें बेस्ट अभिनेत्री का अवार्ड मिला था इस दौरान 1955 में नूतन की शादी हुई रजनीश बहल से। रजनीश बहल उन दिनों नेवी में कमांडेंट ऑफिसर थे। रजनीश बहल बढ़िया अफसर थे। पति ने भी उनको फिल्मों में काम करने के लिए हां कह दी थी। नूतन को बहुत बड़े-बड़े प्लेटफार्म मिले पति का सपोर्ट भी मिला और उनकी एक से बढ़कर एक बढ़िया फिल्में आने लगी। सबसे बढ़िया बात तो यह है की नूतन के कैरियर में एक ऐसी घटना घटी जो उनके जीवन में बेहद खुशियां लेकर आई। । नूतन बहल को वैसे तो उस समय उनका सरनेम समृद्ध था।
वह पहली भारतीय अभिनेत्री बनी जिनको मिस इंडिया का खिताब मिला था। अपने फिल्मी कैरियर को आगे बढ़ाने के लिए नूतन को इसकी बहुत हेल्प मिली। राज कपूर के साथ फिल्म छलिया और अनाड़ी में बेहतरीन अभिनय किया। 1961 में नूतन के घर में एक पुत्र का जन्म हुआ जिसका नाम मोहनीश रखा गया। मोहनीश बहल जोकि आज हिंदी सिनेमा में एक एक्टर है। नूतन की एक बड़ी खासियत थी कि वह संस्कारी स्त्री थी। वह ज्यादातर भारतीय परिधानों में ही दिखाई देती थी। वह फिल्मों में आदर्श ग्रहणी का रोल ही ज्यादा करती थी। सुनील दत्त के साथ भी उन्होंने कैरियर में अच्छी फिल्में की है। मिलन, सुजाता, खानदान यह सभी फिल्में सुपरहिट रही थी और एक बड़ी बात यह थी संजीव कुमार हीरो जो कि एक बहुत बढ़िया अभिनेता थे उनके साथ उनकी अनबन रही थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नूतन ने कभी संजीव कुमार को एक थप्पड़ जड़ दिया था। कुछ झगड़ा हो गया था संजीव कुमार के साथ। नूतन को लगता था कि संजीव कुमार उनके कैरियर में नेगटिवि अफवाह फैला रहा है। बाद में फिर नूतन ने भी कहा था कि यह मेरे बहुत बड़ी गलती थी। मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था।
नूतन का कैरियर फुल स्विंग में चल रहा था। बॉलीवुड में हर साल एक से बढ़कर एक फिल्में रिलीज हो रही थी। ज्यादातर फिल्में उनकी हाउसफुल जा रही थी। उस जमाने में हाउसफुल का बोर्ड देखना भी एक चार्म होता था। सुनील दत्त, संजीव कुमार और धर्मेंद्र जैसे बढ़िया-बढ़िया स्टार्स के साथ नूतन ने फिल्मों में काम किया। नूतन ने 70 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है और सात फिल्मों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का अवार्ड भी उनको मिला है। सीमा, बंदिनी, मिलन, सौदागर, मैं तुलसी तेरे आंगन की इन फिल्मों में तो उन्होंने बहुत ही बेहतरीन काम किया था। सन 1991 के बाद नूतन के परिवार में ट्रेजडी शुरू हो गई। ब्रेस्ट कैंसर से उनका मुंबई में देहांत हो गया। सिर्फ 54 वर्ष की उम्र में नूतन का देहांत हो गया। अपने पीछे वह अपनी सर्वश्रेष्ठ अभिनय फिल्में और यादें छोड़ कर वह चली गई। जो कभी ना भूलने वाली है। आज भी उनकी फिल्में और फिल्मों के गीत दिलो-दिमाग में छाए हुए हैं। आप नूतन का कोई भी गाना निकाल कर देख लीजिए वह सुपरहिट गीत ही निकलेगा। नूतन ने ना जाने कितने दिलों पर राज किया है। लता मंगेशकर जैसी सर्वश्रेष्ठ गायिकाओं ने नूतन के लिए गीत गाए हैं। नूतन की बहनों में तनुजा उनकी बहन है। तनुजा की बेटी काजोल भी हिंदी फिल्मों में जबरदस्त काम कर रही हैं।
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