पाजे की ढाल" से संबंध रखने वाला करन सिंह संगीत में गजब ढा रहा है।
जिला सिरमौर के छोटे से गांव 'पाजे की ढाल" से संबंध रखने वाला करन सिंह संगीत में गजब ढा रहा है। पहला गाना "बामनिये " ने करन को उनके क्षेत्र में एक गायक कलाकार की पहचान दिलवाई। उसके बाद करन ने "ढाटू वालिए" वीडियो एल्बम चौपाल से लॉन्च की जिसके बाद लोगों का उनके प्रति प्यार और आशिर्वाद बढ़ गया। उसके बाद 5 अप्रैल 2022 को "सिंह इज बैक" नॉन स्टॉप वीडियो एल्बम लॉन्च की गई। जिसमे करन ने पारंपरिक गीतों को जोड़ कर कुछ अलग करने की ठानी।
करन का कहना है की नशों पर वह कभी गाने नहीं लिखेंगे और ना ही गाएंगे।
उन्होंने बताया की नशों से हमारे देश का युवा धीरे धीरे मौत के मुंह में जा रहा है। और नशे के गीतों के प्रभाव में आकर युवाओं को इसकी आदत पड़ सकती है।कोई डॉक्टर बनना चाहता है ,कोई इंजीनियर तो कोई सेना में भर्ती होना चाहता है। लेकिन नशा यह सारे सपनों पार पानी फेर देता है
केसे हुआ संगीत का सफ़र शुरू?
करन लगभग 11 वर्ष का था। जब मां ने करन और छोटे भाई साहिल और उनके पिता को ठुकरा दिया, और दूसरी शादी कर ली लेकिन बचपन से पिता ने पालन पोषण किया । और मां की कमी कभी भी महसूस नहीं होने दी । करन को बचपन से संगीत लिखना और गाना अच्छा लगता था। और उम्र के साथ - साथ बड़े हो कर संगीत की बारीकियां सीखी। और आज सबके दिलों पर छाया हुआ है । अपनी पूरी लगन से संस्कृति को बचाने में लगा हुआ है । और हाल ही में करन का न्यू ट्रैक रिकॉर्ड लिया जाय है जो की आप सभी के बीच बहुत जल्द लॉन्च होगा ।
