एक मां का बदला: सोनी सब के दिल दियां गल्लां में मनदीप से बदला लेने के लिए तवलीन लौटी

 एक मां का बदला: सोनी सब के दिल दियां गल्लां में मनदीप से बदला लेने के लिए तवलीन लौटी

एक मां का बदला: सोनी सब के दिल दियां गल्लां में मनदीप से बदला लेने के लिए तवलीन लौटी


गहरी जड़ें जमा चुकी भावनाएं और गलतफहमी भरी परिस्थितियां परिवारों के सबसे करीबी रिश्तों को भी तोड़ सकती हैं, जिनके साथ अनसुलझी भावनाओं और तनावपूर्ण रिश्तों के निशान पीछे छूट जाते हैं। ऐसी ही है सोनी सब के दिल दियां गल्लां की कहानी, जो गलतफहमी भरी परिस्थितियों, आहत भावनाओं और गहरी पैठ बना चुकी मान्यताओं के कारण बिखर गए परिवार पर केंद्रित है। तीन पीढ़ियों में फैली, यह कहानी पहली दो पीढ़ियों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अतीत को माफ नहीं कर सकते और न ही भूल सकते हैं, इस प्रकार दर्द और आक्रोश का चक्र बना रहता है।


आगामी एपिसोड्स में, जब मनदीप (संदीप बसवाना) की मुलाकात तवलीन (जयति भाटिया) से होती है, तो उसमें भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ता है। तवलीन की उपस्थिति मनदीप को प्रभजोत से संबंधित उसके काले अतीत और उनके विवाह गठबंधन को अस्वीकार करने के उसके फैसले की याद दिलाती है। तवलीन की व्यथित अभिव्यक्ति में, वह खो चुकी संभावनाओं और टूटे हुए सपनों से पैदा हुए दर्द को पहचानता है। मनदीप को समझ में आता है कि उनके पिछले चुनावों का उसमें शामिल लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है।


तवलीन की वापसी पर मनदीप की क्या प्रतिक्रिया होगी? क्या वह अपनी करनी के लिए दोषी महसूस करेगा?


तवलीन का किरदार निभा रहीं, जयति भाटिया ने कहा, “तवलीन के किरदार को आत्मसात करते ही मैं एक ऐसी दुनिया में डूब जाती हूं जहां अतीत की बातें बोझ बन जाती हैं। तवलीन का सफर उसके दर्द और पीड़ा से प्रेरित है, जिसमें उसके साथ हैं उसकी टूटी हुई जिंदगी के बिखरे हुए टुकड़े। मनदीप की ईमानदारी और नेक इरादों के बावजूद, उसकी बेटी का जीवन बर्बाद हो गया, जिससे तवलीन को पूरे बरार परिवार से नफरत हो जाती है। मेरा उद्देश्य उस किरदार की भावनाओं की गहराई को समझना है, क्योंकि तवलीन का एकमात्र उद्देश्य स्पष्ट है- अपना बदला लेना।”


मनदीप की भूमिका निभा रहे, संदीप बासवाना ने कहा, “मनदीप का किरदार निभाना मेरे लिये एक ट्रांसफॉर्मेटिव अनुभव रहा है। मनदीप के रूप में, जब मैं पहली बार तवलीन से मिलता हूं, तो मेरे किरदार को अपने अतीत की झलक दिखाई देती है, कई तरह की भावनाएं सामने आ जाती है। तवलीन के गुस्से से पता चलता है कि कैसे हमारी करनी लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव डालती हैं। इस किरदार के माध्यम से, मेरा लक्ष्य अनकही भावनाओं की जटिलताओं और स्थायी प्रभाव को चित्रित करना है।”


देखना न भूलें, दिल दियां गल्लां, हर सोमवार से शनिवार, शाम 7.30 बजे सिर्फ सोनी सब पर

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