जानीमानी गायिका Ginni Mahi ने social mediaपर लिखा है II हमारा पवित्र व महान `भारीतय सविधान'

Ginni Mahi ने twit किया II हमारा पवित्र व महान `भारीतय सविधान'

पंजाब की जानीमानी गायिका गिन्नी माही ने सोशल मिडिया पर एक सुन्दर सन्देश लिखा है की हम सब का एक ऐस घर हो जहाँ हम सभी एक छत के निचे समता,समानता आपसी भाईचारे और बिना किसी डर और भय से रह सकें। वह सब ही इन बातों को एक जुट रखने का फर्ज निभाता है हमारा पवित्र व महान `भारीतय सविधान' 
 गिन्नी माही ने 11 साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दिया था। बाबा साहब को अपना आदर्श मानने वाली इस गायिका के देश विदेश में लाखों फैन है। वह हमेशा अपने गीतों से लोगों को सामाजिक पिछड़ेपन से बाहर निकालने के लिए प्रयास करती है। 
जानिए सविधान का घर 
  सविधान का घर जो की गुजरात में बनाये जा रहे है भारत का सविधान क्या है। यह खिलौना नुमा घर आप को समझाए गा। बाबा साहब डॉ भीम राव आंबेडकर जी द्वारा लिखा गया सविधान को समझने के लिए लकड़ी और कागज़ से बनाये जा रहे खिलौना नुमा घर है। इस में दर्ज है कर्त्तव्य और अधिकार।दलित कार्यकर्ता मार्टिन मेकवान द्वारा सविधान को और आसानी से लोगों को समझाने के लिए उन के नेतृत्व में गुजरात में यह अभियान चलाया  जा रहा है।इस अभियान को सोशल मिडिया पर खूब सराहा जा रहा है। अपनी इंटरव्यू में मार्टिन बताते है की लोग आज कल  यह जरूर बात करते है की सविधान बचाओ  . जियादा तर लोगों को यह नहीं पता की सविधान क्या है और उन्होंने कैसे बचाना है। लोगों को जागरूक करने के लिए यह खिलौना नुमा घर बना रहे है।इस से लोगों को आसानी से समझाया जा सकता है। सौ ग्राम के इस कागज और लकड़ी के खिलोने साइज 6 x 9 इंच का है। इस को एक घर के रूप में दिया है जैसे यह पूरे देश का घर हो। उस के दरवाजे का मतलब है समानता।यह सभी के लिए एक है इस में ना कोई जाती है और ना ही कोई भेद भाव। इस की 6 खिड़किया है जिस पर मौलिक अधिकारों के बारे लिखा गया है। इस पर सभी राज्यों के नाम लिखे है। सविधान में कभी किसी देवी देवता का नाम नहीं आएगा। देश के सभी नागरिक एक सामान है।  

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने