जज्बे को सलाम !कड़ी मेहनत,आत्मविश्वाश !अपने आप पर भरोसा किया तो मुझे मंजिल मिली IIफिल्मों में भी जल्द नजर आएंगी Trishna Mandal II The Filmwala

जज्बे को सलाम!कड़ी मेहनतऔरआत्मविश्वास के बल 

परआज चंडीगढ़ जैसे शहर  में दो study एकेडमी है।
 


कभी 6 सौ रूपए महीना स्कूल में टीचर थी 
मॉडलिंग और एक्टिंग के बलबूते पर फिल्मों में भी जल्द नजर आएंगी  

सफलता और असफलता दोनों जीवन का हिस्सा है और दोनों स्थाई नहीं है। ज्यादातर लोग सोचते हैं कि अमीर बनने के लिए धनी परिवार से संबंधित होना जरूरी है। लेकिन ऐसा नहीं होता। दुनिया में ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो एक समय बहुत ही कम पैसे से अपना घर का गुजारा करते थे यहां तक कि वह अपने खुद की और अपने परिवार की जरूरतें भी पूरा नहीं कर पाते थे। इन लोगों ने अपने जीवन के शुरूआती दिनों से बहुत संघर्ष किया है. इन लोगों ने अपने काम की शुरुआत बहुत ही छोटे स्तर से की थी। इन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास के बल पर सभी बाधाओं को पार करते हुए बहुत उच्च स्थान प्राप्त किया है। कुछ लोग तो ऐसे होते हैं जिनका विरासत में ही इतना सारा पैसा या धन उनके दादा परदादा छोड़ जाते हैं लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जो ग्राउंड लेवल यानी के फर्श से अर्श तक अपनी मेहनत और अपने ही बलबूते पर ऊपर पहुंचते हैं।ऐसे व्यक्तियों के जीवन की कहानी बहुत ही मोटीवेशनल यह कह लीजिए प्रेरणादायक होती हैं। विपरीत स्थितियों में मेहनत धैर्य और संकल्प के साथ डटे रहने की सीख इन लोगों से मिलती है। 
ऐसी ही कहानी चंडीगढ़ की महिला तृष्णा मंडल की है। आइए सुनते है उन के जीवन की संघर्ष पूर्ण कहानी उन्ही से।
 


मेरा नाम  तृष्णा मंडल है वैसे तो कोलकाता की रहने वाली हूं  पर कामकाज के सिलसिले में पिछले  25 साल से चंडीगढ़ में रहती हूं घर में 5 सदस्य हैं। मेरे अलावा मेरे पति, पिताजी और मेरे दो बच्चे  है। बड़ा बेटा इंजीनियर , छोटा बेटा कक्षा 12वीं की  पढ़ाई कर रहा है।  मैं अपने परिवार से बहुत खुश हूं। मैं तह दिल से अपनी दोस्तों को मेरे परिवार को और मेरे चाहने वालों को दिल से शुक्रिया अदा करती हूं। आज अगर वह मुझे सपोर्ट नहीं करते तो मैं आज इस मुकाम में खड़ी ना होती।  यूं तो देखा  जाए जिंदगी सब की बहुत प्यारी और निराली होती है। परंतु मेरी कहानी कुछ अन्य  महिलाओं से अलग है।
         


      बचपन से ही खेलकूद करने का बहुत शौक था। कुछ डिफरेंट करने का शौक हमेशा ही लगा रहा कुछ कर दिखाना है और जज्बे  के साथ अपनी जिंदगी की कहानी शुरू करती हूं। मात्र 15 साल की उम्र में मां दुनिया से चल बसी। उनको कैंसर हुआ था। स्ट्रगल उन दिनों से ही शुरू हो गई थी क्योंकि पिताजी हमारे फौज में नौकरी करते थे।  छोटे-छोटे भाई बहनों की जिम्मेदारियां बढ़ती ही चली गई।  भाई बहनों की जिम्मेदारियों के साथ अपना भी ख्याल रखा और स्कॉलरशिप के साथ अपनी पूरी पढ़ाई कंप्लीट की।

     
       बहुत छोटी उम्र में शादी हो गई अपने पसंद के लड़के से शादी करी थी और  शायद किस्मत में स्ट्रगल लिखी हुई थी। इसी वजह से उनको नौकरी में बहुत लाइफ में उतार-चढ़ाव आये .  21 साल की उम्र में एक स्कूल टीचर की नौकरी मिली। जहां मुझे 600 रूपए मिलते थे और उस 600 रूपए से मेरा खर्चा  पूरा नहीं होता था। इस वजह से घर में आकर अधिक से अधिक ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया।  ट्यूशन पढ़ाते- पढ़ाते आज मेरा चंडीगढ़ जैसे जगह में दो study एकेडमी है। 
               मॉडलिंग फील्ड में आई और अपने छुपेऔर दबे हुए सपनों को पूरा करने में लग गई. कई लोगों ने कई तरह की बातें कहनी शुरू कर दी। कई लोगों ने यह भी कहा की तुम टीचर हो मॉडलिंग,एक्टिंग और फिल्मो में कैसे जा सकती हो।  मैंने कहा उम्र की कोई सिमा नहीं होती। पढाई कभी भी की जा सकती है।आप कामयाब हो सकते हो अगर आपके अंदर जज्बा हो तो।
               
आने वाली बॉलीवुड हिंदी फीचर फिल्म सीक्रेट 19 और बनारसी बाहुबली अभी तमिल फिल्म में भी उन्होंने काम करना शुरू किया है।जिंदगी से कोई शिकायत नहीं,शिकायत है तो हद से ज्यादा भरोसा कभी किसी पर मत करना। भरोसा करना है तो सिर्फ अपने आप से और वही आपको मंजिल पर लेकर जाएगा।  जो कि मेरे साथ भी यही हुआ। मैंने अपने आप पर भरोसा किया तो आज मुझे मंजिल मिली और मैं अपने मंजिल से बहुत खुश हूं। 

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