फिल्म mughle e azam का `मोहे पनघट पे नन्द लाल छेड़ गयो रे `कान्हा जी का भजन कॉपी किया। पहले 1930 में रिकार्ड हुआ था जानिए किस ने गाया था।

Mohe Panaghat Pe Nandalal Ched Gayo Re "Song was earlier sung by Calassical Singer Indu Bala
 



बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में संगीतकारों द्वारा किसी दूसरे गीत से इंस्पायर होकर उस गीत को रिकार्ड करना यह कोई नई बात नहीं है। लेकिन उस समय ना तो सोशल मीडिया होता था और ना ही टीवी चैनल होते थे और अखबार भी गिने चुने होते थे।  किसी को पता ही नहीं चलता था। बड़े से बड़ा संगीतकार भी किसी अन्य गीत पर इंस्पायर हो जाता था। आजकल तो एकदम पता चल जाता है कि इस संगीतकार ने कौन से गीत को अपनी फिल्म में लिया है। ऐसे ही आज हम एक बहुत ही मशहूर गीत के बारे में आपको जानकारी देंगे। 

के.आसिफ द्वारा निर्देशित फिल्म  आई थी mughal-e-azam . उस फिल्म में कृष्ण जी के एक बहुत ही प्यारा भजन लता मंगेशकर ने गाया था और आज भी जब जन्माष्टमी का मौका आता है तो उस समय उस भजन को खूब लोग सुनते हैं और टीवी चैनल्स और रेडियो के ऊपर खूब बजाया जाता है।` मोहे पनघट पे नंदलाल छेड़ गयो रे" गीत इससे पहले Calassical Singer इंदु बाला द्वारा यह गीत  गाया गया था। इंदु  बाला का जन्म सन 1899 को अमृतसर में हुआ था। इस गीत को गुजरती के मशहूर राईटर रस कवी रघुनाथ ब्रह्मभट ने लिखा था। उन्होंने बहुत सारे  नाटक लिखे है और नाटकों के लिए गीत भी लिखें है. इंदु बाला ने इस गीत को लगभग सन 1930 के आसपास गाया था और वही गीत फिल्म mughal-e-azam में लता मंगेशकर द्वारा नौशाद के संगीत निर्देशन में दोबारा रिकॉर्ड किया गया था। इंदु  बाला द्वारा गए इस गीत को सुनने  का अद्भुतअनुभव होगा। 

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