आशा पोसले II पाकिस्तानी सिनेमा की पहली हीरोइन II दिलीप कुमार के भाई नासिर खान के साथ आई थी 1948 की इस फिल्म में
आशा पोसले जी हां पाकिस्तानी फिल्म स्टार रही हैं आशा पोसले का जन्म पंजाब के पटियाला में सन 1927 में हुआ था। इनका असली नाम साबिरा बेगम था। यह कलाकार पाकिस्तानी फिल्मो में काम करती रही है।शुरू - शुरू में यह रेडियो कार्यक्रमों के लिए चाइल्ड आर्टिस्ट के तोर पर काम करती थी और 1940 के दशक भी हिंदी फिल्मों में एक कोआर्टिस्ट के तौर पर काम करना शुरू किया था। 1947 में जब देश का विभाजन हुआ तो बहुत सारे फिल्मी कलाकार यहाँ से पकिस्तान चले गए और इसी तरह पकिस्तान से भारत आ गए थे।फिल्मों का सफर इन्होंने पंजाबी फिल्म`ग्वांडी 'जो सन 1942 में रिलीज हुई थी में काम किया था।1945 में बनी हिंदी फिल्म `चंपा' में मुख्या अभिनेत्री के रूप में आयी थी। फिल्म में उस समय के मकबूल अदाकार श्याम थे। उनके पिता लाहौर में शिफ्ट हो गए थे। इन्होंने रूप के. शोरी के साथ कॉन्ट्रैक्ट कर लिया था। जिसमें फिल्में बना रहे थे। जाने-माने संगीत निर्देशक गुलाम हैदर साहब ने सबीना बेगम को फिल्मी नाम `आशा पोसले' दिया था। `तेरी याद` आशा पोसले के लिए एक यादगार फिल्म रही थी। वह केवल पाकिस्तानी सिनेमा में पहली नायिका थी। इस फिल्म में मेन लीड पर नासिर खान ने काम किया था जो हिंदी फिल्म जगत के मशहूर एक्टर दलीप कुमार के भाई थे। उनके पिता इनायत अली नाथ फिल्म के संगीत निर्देशक थे और इस तरह देश के पहले संगीत निर्देशक बने। आशा ने इस फिल्म में खुद 4 गाने गाए थे जिससे दाऊद चाँद ने निर्देशित किया था। हालांकि `तेरी याद` के साथ-साथ उनकी बाद की फिल्मों में प्रमुख महिला नायिका की भूमिका में लीडिंग रोल करने वाली फिल्मे इतनी गलतफहमी और बुलबुलआई थी जो पूरी तरह से फ्लॉप हुई थी और इसके साथ ही उनका फिल्मी कैरियर भी खत्म हो गया था। इन्होने 129 फिल्मो में काम किया और तीन दशक तक सिनेमा में छाई रही। यह पाकिस्तान की पहली फिल्मों की हीरोइन रही है और अधिक उल्लेखनीय रूप में `इंतजार` में एक बहुत ही प्रभावशाली भूमिका निभाई थी उसमें यह वैंप यानी नेगेटिव रोल में आई थी। आशा पोसले में एक खूबी और थी कि वह गाती बहुत अच्छा थी। इसीलिए उनको रेडियो और अन्य मंचों पर भी काफी काम मिलता रहा है। उनकी फिल्म इंसाफ जो सन 1986 के साथ-साथ छोटी-छोटी वह भूमिकाएं भी करती रहती थी। उन्होंने अपने पाकिस्तान में उर्दू और पंजाबी सिनेमा में लगभग 129 से अधिक फिल्में की है इसके अलावा 1947 से पहले भारत में भी कुछ फिल्मों में उन्होंने काम किया है। उनकी बड़ी बहन कौसर प्रवीण ने 1950 के दशक में एक पार्श्व गायिका के रूप में पाकिस्तानी फिल्म उद्योग में काम किया लेकिन दुखद रूप से उनकी मृत्यु हो गई थी। आशा पोसले 25 मार्च सन 1998 में इस दुनिया को छोड़ कर चली गई थी।